नई दिल्ली: जाने अनजाने में अक्सर हम गलत तरीके से बैठ जाते हैं या हमारे खड़े होने का तरीका सही नहीं होता. ऐसे में हमारे शरीर को बैक बोन से जुड़ी कई बीमारियां जकड़ लेती हैं. इसी बारे में आईआईटी दिल्ली के छात्रों ने एक शोध किया और स्पेशल डिवाइस बनाई.
आईआईटी दिल्ली से शोध कर रहे छात्रों ने प्रो पोस्चर नामक एक डिवाइस बनाई है जो गलत तरीके से बैठने या खड़े होने पर सूचित करेगी. डिवाइस बनाने वाले आईआईटी दिल्ली के छात्र हर्ष लाल ने बताया कि ये डिवाइस बताएगी कि आप सही से बैठे या खड़े हैं कि नहीं. उन्होंने बताया कि अगर व्यक्ति गलत तरीके से बैठे या खड़े होंगे तो डिवाइस में कंपन शुरू हो जाएगा.
डिवाइस में लगा है सेंसर
बता दें कि डिवाइस में एक सेंसर लगा हुआ है जो गलत बैठने या खड़ा होने पर सूचित करेगा. ये एक नेक बैंड की तरह होगी, जिसे केवल पहनना होगा और उसके बाद ये अपना काम खुद करेगी. वहीं इस डिवाइस को बनाने वाले दूसरे छात्र आकाश शर्मा ने कहा कि डिवाइस बनाने से पहले डॉक्टर्स से भी विचारविमर्श किया गया है. ऐसा डिवाइस अभी अमेरिका में उपलब्ध हैस, लेकिन उसका मूल्य अधिक होने के कारण आम आदमी उसे नहीं खरीद पाता है.
2 महीने में बनाई डिवाइस
आकाश शर्मा ने कहा कि इस डिवाइस को बनाने में दो माह का वक्त लगा है. उन्होंने कहा कि इसे बनाने के लिए छह से सात माह तक रिसर्च किया गया है, तब जाकर इसे बनाने में वो कामयाब हुए. वहीं हर्ष ने बताया कि गलत तरीके से बैठने के कारण हर दस में से सात लोगों को पीठ के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत रहती है और ये दर्द मेडिकल के लिहाज से विश्व की दूसरी सबसे बड़ी शिकायत है. गलत बैठने के कारण सांस लेने की क्षमता कम होती जाती है. सुनने और समझने की क्षमता आदि पर भी इसका असर पड़ता है.
यहां से मिला आइडिया
हर्ष ने इस डिवाइस को बनाने के पीछे की मोटिवेशन के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि एक बार दोस्तों के साथ बाइक से राजस्थान तक का सफर किया और उस दौरान काफी समय तक बाइक चलाने के कारण पीठ में दर्द हुआ था. उस वक्त ये ख्याल आया कि लोग दिन भर बाइक पर सफर कर सामान बेचते हैं, उनकी तो और भी बुरी हालत होती होगी. उसी को ध्यान में रखकर ये डिवाइस बनाई गई.
अस्पताल में चल रही है टेस्टिंग
हर्ष ने बताया कि इस डिवाइस का फिलहाल आईआईटी दिल्ली और सफदरजंग अस्पताल में प्रशिक्षण चल रहा है. प्रशिक्षण पूरा होने के बाद ये करीब दो माह के अंदर मार्केट में उपलब्ध होगी. हर्ष ने कहा कि इस डिवाइस की मार्केट कीमत करीब एक हजार रुपए तक हो सकती है जो अमेरिका में मिलने वाली डिवाइस से काफी कम है.